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SBI: ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिल रही मजबूती, GDP वृद्धि दर मौजूदा वित्तीय वर्ष में 6.3% रहने का अनुमान

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SBI: ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिल रही मजबूती, GDP वृद्धि दर मौजूदा वित्तीय वर्ष में 6.3% रहने का अनुमान

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की शोध रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। रिपोर्ट के अनुसार, 36 उच्च-आवृत्ति संकेतकों (हाई फ़्रीक्वेंसी इंडिकेटर्स) के विश्लेषण से पता चलता है कि चालू वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में GDP वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत से 6.3 प्रतिशत के बीच रह सकती है।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के अनुसार, 2024-25 के लिए ‘वास्तविक’ (रियल) और ‘नाममात्र’ (नॉमिनल) GDP वृद्धि दर क्रमशः 6.4 प्रतिशत और 9.7 प्रतिशत रहने की संभावना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एक मजबूत ग्रामीण अर्थव्यवस्था स्थिरता को बनाए रखने और अन्य क्षेत्रों में गति बनाए रखने में मदद कर रही है। वर्तमान घरेलू मुद्रास्फीति में कमी से विवेकाधीन खर्च (डिस्क्रीशनरी स्पेंडिंग) को बढ़ावा मिलता है और मांग आधारित वृद्धि को समर्थन मिलता है।

पूंजीगत व्यय में सुधार

SBI  की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि चालू वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में पूंजीगत व्यय (कैपिटल एक्सपेंडिचर) में सुधार देखा गया है। हालांकि, भूराजनीतिक घटनाक्रम (जियोपॉलिटिकल डेवलपमेंट्स) और आपूर्ति श्रृंखला में आई बाधाओं (सप्लाई चेन डिसरप्शन) का प्रभाव केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका असर वैश्विक स्तर पर पड़ा है। इसके बावजूद, SBI  की रिपोर्ट के अनुसार भारत विश्व की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बना हुआ है।

IMF का वैश्विक विकास पूर्वानुमान

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के हालिया वैश्विक विकास पूर्वानुमान के अनुसार, भारत की विकास दर 2024-25 और आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 में 6.5 प्रतिशत रहने की संभावना है। इस वृद्धि के पीछे घरेलू मांग में मजबूती और सरकार द्वारा किए गए नीतिगत हस्तक्षेप (पॉलिसी इंटरवेंशन) को मुख्य कारण बताया गया है।

दिसंबर तिमाही में अर्थव्यवस्था 6.4% की दर से बढ़ेगी

रेटिंग एजेंसी ICRA (ICRA) ने भी अपनी रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया है कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भारत की GDP वृद्धि दर 6.4 प्रतिशत रह सकती है। एजेंसी ने इस वृद्धि का श्रेय सरकार के बढ़े हुए खर्च को दिया है, हालांकि उपभोग (कंजम्प्शन) में असमानता बनी हुई है।

SBI: ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिल रही मजबूती, GDP वृद्धि दर मौजूदा वित्तीय वर्ष में 6.3% रहने का अनुमान

अर्थव्यवस्था पर पिछली तिमाहियों का प्रभाव

भारतीय अर्थव्यवस्था ने अप्रैल-जून तिमाही में 6.7 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की थी, लेकिन सितंबर तिमाही में यह घटकर 5.4 प्रतिशत पर आ गई थी। यह सात तिमाहियों में सबसे कम वृद्धि दर थी। इस गिरावट का कारण आम चुनावों के चलते सरकारी पूंजीगत व्यय में कटौती और उपभोग मांग में कमजोरी को माना गया।

ICRA की मुख्य अर्थशास्त्री की राय

ICRA की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में भारत के आर्थिक प्रदर्शन को निम्नलिखित कारकों से सहायता मिली:

  • केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा कुल सरकारी व्यय (कैपिटल और राजस्व व्यय) में वृद्धि
  • सेवा निर्यात (सर्विस एक्सपोर्ट) में उच्च वृद्धि दर
  • माल निर्यात (मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट) में सुधार
  • प्रमुख खरीफ फसलों के अच्छे उत्पादन

इन सभी कारकों ने ग्रामीण क्षेत्रों में सकारात्मक भावना (रूरल सेंटिमेंट) को मजबूत किया है और अर्थव्यवस्था को गति प्रदान की है।

ग्रामीण अर्थव्यवस्था का योगदान

ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती आय, सरकार की नीतियों और कृषि क्षेत्र में सुधार से मांग में वृद्धि हो रही है, जिससे कुल आर्थिक विकास को समर्थन मिल रहा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN), ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MGNREGA) और अन्य सरकारी योजनाओं के तहत बढ़ती मदद से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।

अर्थव्यवस्था के लिए आगे का मार्ग

भारत की आर्थिक वृद्धि को बनाए रखने के लिए निम्नलिखित कारकों पर ध्यान देना आवश्यक होगा:

  1. बुनियादी ढांचे में निवेश – सड़क, रेलवे, और अन्य बुनियादी ढांचे में पूंजीगत व्यय जारी रखना आवश्यक होगा।
  2. निर्यात वृद्धि – वैश्विक व्यापार में अस्थिरता के बावजूद निर्यात को बढ़ावा देने के लिए नई रणनीतियाँ अपनानी होंगी।
  3. निजी उपभोग में वृद्धि – घरेलू उपभोग को बढ़ाने के लिए रोजगार सृजन और आय वृद्धि को प्राथमिकता देनी होगी।
  4. विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा – ‘मेक इन इंडिया’ और ‘पीएलआई योजना’ जैसी पहलों को और सशक्त बनाना होगा।

SBI  और ICRA की रिपोर्टों से स्पष्ट है कि भारत की अर्थव्यवस्था सही दिशा में आगे बढ़ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूती और सरकार के नीतिगत समर्थन से GDP वृद्धि दर 6.3% से 6.4% तक रहने की संभावना है। हालाँकि, वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों और भू-राजनीतिक घटनाओं से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए निरंतर सतर्कता आवश्यक होगी। सरकार के निवेश, नीति सुधार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के समर्थन से भारत अगले कुछ वर्षों में भी अपनी उच्च विकास दर बनाए रख सकता है।

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Gold Rate Today: सोने-चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट, निवेशकों को झटका

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Gold Rate Today: सोने-चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट, निवेशकों को झटका

Gold Rate Today: 27 फरवरी 2025 को सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। घरेलू वायदा बाजार में सोना लाल निशान में कारोबार करता हुआ नजर आया। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी सोने और चांदी के दाम में कमी दर्ज की गई।

गुरुवार को दोपहर के समय, MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर 4 अप्रैल 2025 की डिलीवरी वाले सोने का भाव 85,260 रुपये प्रति 10 ग्राम था। इसमें 0.72% यानी 614 रुपये की गिरावट देखी गई।

सोने के साथ चांदी भी हुई सस्ती

सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की गई। घरेलू वायदा बाजार में चांदी लाल निशान में कारोबार कर रही थी। 5 मई 2025 की डिलीवरी वाली चांदी का भाव 96,260 रुपये प्रति किलोग्राम रहा, जिसमें 0.29% यानी 283 रुपये की गिरावट आई।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी की कीमतों में नरमी देखने को मिली।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट

गुरुवार शाम को वैश्विक बाजार में भी सोने की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई।

  • कॉमेक्स (Comex) पर सोने का भाव 1.04% यानी $30.60 की गिरावट के साथ $2900 प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था।
  • स्पॉट गोल्ड की कीमत में भी 0.97% यानी $28.26 की गिरावट आई, जिससे यह $2888.13 प्रति औंस पर पहुंच गया।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमतों में गिरावट

सोने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की गई।

  • कॉमेक्स (Comex) पर चांदी का भाव 0.54% यानी $0.17 की गिरावट के साथ $32.40 प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था।
  • स्पॉट सिल्वर की कीमत में भी 0.21% यानी $0.07 की गिरावट आई, जिससे यह $31.79 प्रति औंस पर पहुंच गया।

सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट के पीछे के कारण

सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इनमें मुख्य रूप से वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां, डॉलर इंडेक्स, ब्याज दरों में बदलाव और केंद्रीय बैंकों की नीतियां शामिल हैं।

1. अमेरिकी डॉलर की मजबूती

  • जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोने और चांदी की कीमतों पर दबाव बढ़ जाता है।
  • निवेशक सोने की बजाय डॉलर और बॉन्ड मार्केट की ओर रुख करते हैं।

2. फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति

  • फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरें बढ़ाने का संकेत दिए जाने के बाद सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आई।
  • ब्याज दरों में बढ़ोतरी होने से गोल्ड और सिल्वर में निवेश कम हो जाता है।

Gold Rate Today: सोने-चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट, निवेशकों को झटका

3. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट

  • कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण वैश्विक बाजार में महंगाई दर में कमी आई है।
  • इससे सोने की डिमांड कम हुई है, जिससे इसकी कीमतों में गिरावट आई।

4. स्टॉक मार्केट में तेजी

  • दुनियाभर के शेयर बाजारों में तेजी के कारण निवेशकों का ध्यान स्टॉक मार्केट की ओर गया है।
  • इससे सोने-चांदी की मांग में गिरावट देखी गई।

भारत में सोने-चांदी की कीमतों पर असर

भारत में सोने और चांदी की कीमतों पर अंतरराष्ट्रीय बाजार का सीधा असर पड़ता है।

  • जब वैश्विक बाजार में सोने और चांदी के दाम गिरते हैं, तो इसका प्रभाव भारतीय बाजारों में भी देखने को मिलता है।
  • वर्तमान में, भारत में गोल्ड और सिल्वर की कीमतें घटने से खरीदारों के लिए यह एक अच्छा अवसर बन सकता है।

सोने के दाम में गिरावट से खरीदारी का अच्छा मौका

  • शादी और त्योहारी सीजन के चलते सोने की मांग बढ़ सकती है।
  • गिरती कीमतों के कारण ज्वेलरी खरीदने वालों के लिए यह सही समय हो सकता है।

क्या आगे और गिरेगी सोने-चांदी की कीमतें?

विशेषज्ञों के अनुसार,

  • अगर डॉलर और अधिक मजबूत होता है, तो सोने-चांदी की कीमतों में और गिरावट आ सकती है।
  • फेडरल रिजर्व अगर ब्याज दरें और बढ़ाता है, तो सोने की कीमतों में और गिरावट संभव है।
  • लेकिन, अगर वैश्विक तनाव बढ़ता है या महंगाई में इजाफा होता है, तो सोने की कीमतें फिर से चढ़ सकती हैं।

निवेशकों को क्या करना चाहिए?

1. गिरावट में खरीदारी का मौका

  • अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं, तो यह गिरावट खरीदारी का अच्छा अवसर हो सकता है।
  • निवेशक डॉलर और ग्लोबल मार्केट पर नजर बनाए रखें।

2. शॉर्ट टर्म में सतर्क रहें

  • अगर आप शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो सतर्क रहने की जरूरत है।
  • सोने की कीमतों में अचानक उतार-चढ़ाव हो सकता है।

3. फिजिकल गोल्ड बनाम डिजिटल गोल्ड

  • अगर आप गोल्ड ज्वेलरी में निवेश करना चाहते हैं, तो यह सही समय हो सकता है।
  • डिजिटल गोल्ड, गोल्ड ETF या सोने की माइनिंग कंपनियों में निवेश भी बेहतर विकल्प हो सकता है।

गुरुवार को सोने और चांदी की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई।

  • MCX पर सोना 85,260 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 96,260 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही थी।
  • वैश्विक बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतें गिरी हुई नजर आईं।
  • डॉलर की मजबूती, फेडरल रिजर्व की नीतियां और स्टॉक मार्केट में तेजी गिरावट के प्रमुख कारण बने।

अगर आप सोने-चांदी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह गिरावट एक अच्छा मौका हो सकता है। हालांकि, निवेश से पहले मार्केट ट्रेंड और एक्सपर्ट की राय जरूर लें।

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Vijay Kedia का बड़ा बयान – ‘मेरी आवाज और चेहरा नकली है, इस पर भरोसा न करें’

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Vijay Kedia का बड़ा बयान - 'मेरी आवाज और चेहरा नकली है, इस पर भरोसा न करें'

प्रसिद्ध निवेशक Vijay Kedia ने हाल ही में एक DeepFake वीडियो के बारे में चेतावनी जारी की, जिसमें उनकी आवाज़ और चेहरे का इस्तेमाल करके कुछ स्टॉक्स को प्रमोट किया जा रहा था। विजय केडिया ने अपने सोशल मीडिया फॉलोअर्स से अपील की है कि वे इस तरह के फर्जी कंटेंट पर विश्वास न करें। उनका कहना है कि वीडियो में जो चेहरा और आवाज़ दिखाई दे रही है, वह भले ही उनकी हो, लेकिन इंग्लिश और उनका एक्सेंट पूरी तरह से अलग है।

विजय केडिया ने क्या कहा?

विजय केडिया ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए लिखा, “किसी ने मेरा नकली वीडियो बनाया है और उसमें मुझे कुछ शेयर खरीदने की सलाह देते हुए दिखाया है। चेहरा मेरा है, आवाज़ मेरी है… लेकिन अचानक मैं ऐसे बोल रहा हूं जैसे मैंने ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई की हो और न्यूयॉर्क में बड़ा हुआ हूं! अगर आप मुझे कभी परफेक्ट इंग्लिश बोलते हुए सुनें और उसमें वेस्टर्न एक्सेंट हो, तो समझ जाइए कि यह मैं नहीं हूं।”

विजय केडिया ने अपने निवेशक समुदाय से अपील की कि वे इस तरह के वीडियो से सावधान रहें और किसी भी वित्तीय सलाह पर विश्वास करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें। उन्होंने कहा, “फर्जी वीडियो से बचें, सत्यता की जांच करें, वरना आपका पैसा गलत हाथों में जा सकता है।”

DeepFake क्या है और यह निवेशकों के लिए खतरा क्यों है?

DeepFake तकनीक एक ऐसी तकनीक है जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करके किसी भी व्यक्ति की आवाज़ और चेहरे को उनके बिना वास्तविक वीडियो और ऑडियो में बदला जा सकता है। इस तकनीक के द्वारा व्यक्ति का चेहरा और आवाज़ बिल्कुल असली जैसा दिखाई देता है, जिससे धोखाधड़ी करने वाले इसे आसानी से धोखा देने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि अब धोखाधड़ी करने वाले अपराधी इस तकनीक का इस्तेमाल करके नामी-गिरामी हस्तियों की नकल करते हुए निवेशकों को धोखा देने का काम कर रहे हैं। इसके माध्यम से वे किसी सेलेब्रिटी या प्रभावशाली व्यक्ति की आवाज और चेहरा लगाकर फर्जी निवेश सलाह दे रहे हैं।

विजय केडिया का नाम और उनका निवेश दृष्टिकोण

विजय केडिया भारतीय स्टॉक मार्केट के एक प्रतिष्ठित नाम हैं, जो अपनी बेहतरीन निवेश रणनीतियों के लिए मशहूर हैं। उनकी सलाह और निवेश दृष्टिकोण बहुत से निवेशकों के लिए मार्गदर्शन का स्रोत रहा है। इस समय जब खुदरा निवेशकों को निशाना बनाकर गलत जानकारी फैलाई जा रही है, विजय केडिया का यह चेतावनी संदेश बेहद महत्वपूर्ण है।

विजय केडिया की चेतावनी इस बात की याद दिलाती है कि डिजिटल दुनिया में किसी भी जानकारी को विश्वास करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करना बेहद जरूरी है। खासकर जब बात पैसों और निवेश की हो, तो और भी ज्यादा सतर्क रहना चाहिए।

निवेश में सावधानी बरतने की जरूरत

केडिया की यह चेतावनी यह बताती है कि निवेशकों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए। आजकल इंटरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से फर्जी और झूठी जानकारी बहुत तेजी से फैल रही है। ऐसे में निवेशकों को चाहिए कि वे किसी भी निवेश संबंधी सलाह पर ध्यान देने से पहले उसकी सत्यता की पूरी जांच करें। यह बहुत जरूरी है कि निवेशक किसी भी प्रकार के धोखाधड़ी से बचने के लिए अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखें।

कहां निवेश करना चाहिए?

विजय केडिया ने हाल ही में भारतीय पर्यटन क्षेत्र में निवेश के विशाल अवसरों की बात की है। उन्होंने इसे एक सोने की खदान जैसा बताया है, जिसे अभी तक किसी ने ढूंढा नहीं है। केडिया ने यह अनुमान लगाया है कि आने वाले समय में इस उद्योग की क्षमता 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है।

हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय पर्यटन क्षेत्र में बड़े अवसर होने के बावजूद इसमें कई महत्वपूर्ण चुनौतियाँ भी हैं, जिनमें बुनियादी ढांचा, सुरक्षा, यात्रा को सुविधाजनक बनाना, स्वच्छता और मार्केटिंग शामिल हैं। इन मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि इस क्षेत्र को पूरी तरह से विकसित किया जा सके और निवेशकों के लिए एक सुरक्षित और लाभकारी अवसर बने।

विजय केडिया की चेतावनी ने एक बार फिर से यह सिद्ध कर दिया कि डिजिटल दुनिया में निवेशकों को कितनी सावधानी से कदम उठाने की जरूरत है। DeepFake जैसी नई तकनीक से धोखाधड़ी करने वालों को यह एक आसान तरीका लग सकता है, लेकिन अगर निवेशक सतर्क रहें और अपनी जानकारी की जांच करें तो वे इस प्रकार के धोखाधड़ी से बच सकते हैं।

विजय केडिया ने यह भी बताया कि भारतीय पर्यटन क्षेत्र में निवेश के विशाल अवसर हैं, लेकिन इसके साथ-साथ कुछ चुनौतियाँ भी हैं, जिन पर ध्यान देने की जरूरत है। निवेशकों को अपने फैसले सोच-समझकर और पूरी जानकारी के आधार पर लेने चाहिए, ताकि वे अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रख सकें।

विजय केडिया की यह चेतावनी हमें यह याद दिलाती है कि वित्तीय सलाह लेते समय हमेशा सतर्क और सचेत रहें। केवल प्रतिष्ठित स्रोतों से ही जानकारी लें और किसी भी फर्जी वीडियो या जानकारी से बचें।

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Sukesh Chandrashekhar: ठग सुकेश चंद्रशेखर ने एलन मस्क को दिया अरबों का ऑफर, डोनाल्ड ट्रंप को बताया बड़ा भाई

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Sukesh Chandrashekhar: ठग सुकेश चंद्रशेखर ने एलन मस्क को दिया अरबों का ऑफर, डोनाल्ड ट्रंप को बताया बड़ा भाई

Sukesh Chandrashekhar: तिहाड़ जेल में बंद कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर एक बार फिर सुर्खियों में आने के लिए पत्र लिखकर चर्चा में हैं। आमतौर पर सुकेश बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज को पत्र लिखते रहे हैं, लेकिन इस बार उन्होंने पत्र दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क को लिखा है। इस पत्र में सुकेश ने मस्क की कंपनी ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) में 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 16,000 करोड़ रुपये) निवेश करने की पेशकश की है।

DOGE के लिए मस्क को दी बधाई

सुकेश ने अपने पत्र की शुरुआत DOGE (डोजकॉइन) को लेकर एलन मस्क को बधाई देकर की। उन्होंने लिखा, “मैं आपको डोजकॉइन को लेकर मिली सफलता के लिए बधाई देना चाहता हूँ और मुझे उम्मीद है कि यह क्रिप्टोकरेंसी आने वाले समय में और भी क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।” उन्होंने आगे लिखा कि उन्हें यह पता चला है कि एलन मस्क अपनी कंपनी ‘X’ के लिए निवेश जुटाने की योजना बना रहे हैं और वह इस मौके को गंवाना नहीं चाहते।

सुकेश ने मस्क को बताया ‘सॉलिड’

सुकेश चंद्रशेखर ने पत्र में एलन मस्क की तारीफों के पुल बांधते हुए लिखा, “मस्क, मैं आपको बताना चाहता हूँ कि मैं आपकी कंपनी ‘X’ में निवेश करने के लिए पूरी तरह तैयार हूँ। मैं अभी 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 8,000 करोड़ रुपये) निवेश करूंगा और अगले साल फिर 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर निवेश करूंगा। इस तरह कुल निवेश 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर का होगा।”

उन्होंने आगे लिखा, “मस्क, मैं आपको बहुत सम्मान देता हूँ, आप टैंकमैन की तरह मजबूत और बुलेटप्रूफ हैं। आपने जो कुछ भी बनाया है, वह अद्भुत है और इसका हिस्सा बनना मेरे लिए बहुत बड़ी बात होगी।”

सुकेश की कंपनी पहले से ही टेस्ला में निवेश कर रही है

सुकेश ने पत्र में यह दावा किया कि उनकी कंपनी LS होल्डिंग्स पहले से ही टेस्ला (Tesla) के शेयरों में निवेश कर रही है और इस निवेश से उसे भारी मुनाफा हुआ है। इसके अलावा उन्होंने अपनी दूसरी कंपनी स्पीड गेमिंग कॉर्प (Speed Gaming Corp.) का भी जिक्र किया, जो ऑनलाइन गेमिंग और स्पोर्ट्स बेटिंग में दुनिया की टॉप 25 कंपनियों में शामिल है।

जैकलीन फर्नांडीज का भी जिक्र किया

पत्र में सुकेश ने बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज का भी नाम लिया। उन्होंने लिखा कि X (पूर्व में ट्विटर) उनकी “लेडी लव” का सबसे पसंदीदा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है और इसी कारण से यह निवेश उनके लिए व्यक्तिगत रूप से भी महत्वपूर्ण है।

इसके अलावा, सुकेश ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपना “बड़ा भाई” बताया और एलन मस्क को ट्रंप का समर्थन करने के लिए धन्यवाद दिया।

आरोपों को बताया राजनीतिक साजिश

पत्र के अंत में सुकेश चंद्रशेखर ने खुद पर लगे आरोपों को “राजनीतिक साजिश” बताया। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ जो महाघोटाले का आरोप लगाया गया है, वह उनके वार्षिक शॉपिंग बजट से भी कम है।

उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके खिलाफ अभी तक कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ है और उन्हें बिना किसी ठोस सबूत के जेल में रखा गया है।

क्या है सुकेश चंद्रशेखर का मामला?

सुकेश चंद्रशेखर पर 200 करोड़ रुपये से अधिक के मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें बॉलीवुड एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीज और नोरा फतेही सहित कई हाई-प्रोफाइल लोगों को महंगे गिफ्ट देने और ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

सुकेश ने खुद को एक अरबपति व्यवसायी के रूप में पेश कर राजनीतिज्ञों, बिजनेसमैन और सेलेब्रिटीज को चकमा दिया और उनसे करोड़ों रुपये ठगे।

एलन मस्क को निवेश का ऑफर कितना गंभीर?

सुकेश चंद्रशेखर द्वारा एलन मस्क को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश ऑफर देना कितना वास्तविक है, यह सवाल उठता है।

  1. वर्तमान में वह तिहाड़ जेल में बंद हैं, जहाँ से कोई भी कानूनी रूप से इतना बड़ा निवेश करने में सक्षम नहीं हो सकता।
  2. उनकी संपत्ति और बैंक खाते प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा फ्रीज किए जा चुके हैं, जिससे उनके पास इतना बड़ा निवेश करने का कोई ठोस आधार नहीं है।
  3. उनकी पहले की बिजनेस डीलिंग्स और घोटाले भरे रिकॉर्ड को देखते हुए, इस निवेश प्रस्ताव को गंभीरता से लेना मुश्किल है।

क्या एलन मस्क इस ऑफर को स्वीकार करेंगे?

एलन मस्क, जो दुनिया के सबसे इनोवेटिव बिजनेसमैन माने जाते हैं, वह संदिग्ध और घोटालेबाज व्यक्तियों से जुड़े निवेश प्रस्तावों को शायद ही स्वीकार करें।

X (ट्विटर) को निवेश की जरूरत जरूर है, लेकिन इस तरह के विवादास्पद व्यक्तित्व से जुड़ना एलन मस्क के लिए कानूनी और नैतिक दोनों रूप से जोखिम भरा हो सकता है।

सुकेश चंद्रशेखर का एलन मस्क को लिखा गया पत्र एक बार फिर उनकी पब्लिसिटी स्टंट का हिस्सा लगता है। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने इस तरह की सनसनीखेज हरकत की है।

हालांकि, एलन मस्क, जैकलीन फर्नांडीज और डोनाल्ड ट्रंप का नाम जोड़कर उन्होंने अपने पत्र को मीडिया में चर्चित जरूर बना दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस पत्र पर एलन मस्क की कोई प्रतिक्रिया आती है या नहीं।

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